सुराज सेवा दल ने निगम भूमि घोटाला,CSR फंड और दरगाह प्रबंधन भ्रष्टाचार की जांच को लेकर डीएम को सौंपा ज्ञापन

हरिद्वार में नगर निगम जमीन घोटाला, सीएसआर फंड अनियमितता, शराब ठेकों और ज्वालापुर मंडी समिति और पिरान कलियर दरगाह प्रबंधन में भ्रष्टाचार के मुद्दे याद दिलाते हुए गुरुवार को सुराज सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने डीएम मयूर दीक्षित से मुलाकात कर ज्ञापन सौंप सभी मामलों में पारदर्शी जांच व कार्रवाई की मांग उठाई।
संगठन ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो जनता के साथ मिलकर प्रदेशव्यापी आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा। रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि नगर निगम के चर्चित जमीन घोटाले में दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी पर गाज गिराई गई, मगर भूमि की श्रेणी बदलने वाले तहसीलदार और कर्मचारियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार इन्हें किस दबाव में बचाया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि सिडकुल क्षेत्र की एक नामचीन इलेक्ट्रॉनिक कंपनी की ओर से हलजौरा गांव में सीएसआर फंड से करीब दो करोड़ रुपये की लागत से किए गए कार्यों में गड़बड़ी सामने आई थी। इस पर 30 जून 2025 को गढ़वाल मंडलायुक्त और मुख्यमंत्री के सचिव विनय शंकर पांडेय ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन दो माह गुजरने के बावजूद फाइलें धूल फांक रही हैं और कार्रवाई शून्य है। सुराज सेवादल ने पिरान कलियर दरगाह प्रबंधन में व्याप्त भ्रष्टाचार को भी बड़ा मुद्दा बनाया। संगठन ने कहा कि दरगाह में होने वाली आय-व्यय और प्रबंधन से जुड़े मामलों में पारदर्शिता नही है। “धार्मिक आस्था से जुड़े इस स्थल पर भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को यहां तत्काल जांच बैठाकर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। जोशी ने कहा कि “भ्रष्टाचार और जनहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार का मौन रवैया जनता सहन नहीं करेगी। यदि कार्रवाई नहीं होती तो सुराज सेवादल सड़क से सदन तक आंदोलन करेगा। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी, प्रवीण अग्रवाल, हिमानी अग्रवाल इंतजार ,नफीस, परवेज, राव फाक, औरंगजेब और हाकमआदि लोग मौजूद रहे।जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने संगठन को भरोसा दिलाया कि ज्ञापन में उठाए गए सभी बिंदुओं पर गंभीरता से जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।