यहाँ वोट मांगने पहुंचे मंत्री को झेलना पड़ा ग्रामीणों का विरोध
लोकसभा चुनावों का आगाज होते ही प्रत्याशी और कार्यकर्ता घर घर लोगों से वोट मांगने जा रहे हैं जहां सरकार की उपलब्धियों को गिनाया जा रहा है लेकिन कई जगह नेताओं को विरोध भी झेलना पड़ रहा है
उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी का पूर्व सैनिकों ने उस वख्त जमकर विरोध किया जब मंत्री जी टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट की प्रत्याशी माला राज लक्ष्मी शाह के लिए देहरादून के बिलासपुर काण्डली में वोट मांगने पहुंचे थे पूर्व सैनिकों ने गणेश जोशी को यहां तक कह दिया कि आपको हमने कई बार वोट दिए हैं। लेकिन आपने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कोई काम नहीं किया।
दरअसल देहरादून के बिलासपुर कांडली गांव में जनसंपर्क अभियान कार्यक्रम हो रहा था, तभी यहां बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक पहुंच गए उन्होंने गणेश जोशी को घेर लिया और लंबे समय से अटके कामों को लेकर बातचीत करने लगे।
लोगों ने मंत्री से आमने सामने बात करते हुए कहा की हमने आपको पिछले कई चुनावों में वोट दिया है लेकिन आप भी हमारी बात नही सुनते।।
पूर्व सैनिकों ने गणेश जोशी को कहा कि हम यदि वोट दें तो किसको दें,जीतने के बाद हमे कोई पूछ नहीं रहा, जिसके जवाब में गणेश जोशी ने कहा कि जिसको आपका मन करता है आप उसको वोट दें। इस दौरान भीड़ में खड़े लोगों की पीछे से आवाज आई कि वोट तो हमने आपको भी दिया था और आप मंत्री हैं, लेकिन आज तक आपने हमारी सुध तक नहीं ली। इतना ही नही पूर्व सैनिकों ने कहा कि हमने हमेशा बीजेपी को वोट दिया है और पांच बार आपको भी वोट देकर जिताया है।लेकिन बावजूद इसके हर घर नल योजना का हम लोगों को लाभ नही मिल पाया है जिसके चलते ग्रामीणों पानी का टैंकर मंगवा कर अपनी प्यास बुझाते है
दरअसल बिलासपुर कंडोली गांव के पूर्व सैनिक पानी को लेकर नाराज है। सरकार की हर घर नल योजना का लाभ इन लोगों को नहीं मिल पाया, पूर्व सैनिक को कहना है कि पानी के लिए सैकड़ो परिवारों को पानी के टैंकर मंगाकर प्यास बुझानी पड़ती है, स्थानीय लोगों का भी आरोप है कि गांव में पेयजल की काफी किल्लत है। कई बार इस बात को लेकर स्थानीय लोग और पूर्व सैनिक गणेश जोशी के दफ्तर के चक्कर काट चुके हैं। लेकिन गांव में पानी की किल्लत दूर नहीं हो पाई है आपको बता दें बिलासपुर काण्डली ग्राम मंत्री गणेश जोशी की मसूरी विधानसभा का ही क्षेत्र भी है वही कई पूर्व सैनिकों ने कहा कि रिटायर्ड सैनिकों के लिए भी सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा कोई खास कदम नही उठाए गए हैं