देहरादून में भी सोनम वांगचुक के समर्थन में उपवास, लद्दाक भवन में वांगचुक समर्थकों की अरेस्टिंग पर जताई नाराजगी
देहरादून…
हिमालय और लद्दाख को बचाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से दिल्ली में आमरण अनशन कर रहे प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के समर्थन में देहरादून में मौन उपवास किया गया। उत्तराखंड इंसानियत मंच के तत्वावधान में आयोजित इस उपवास में कई अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। उपवास में मौजूद लोगों ने दिल्ली में सोनम वांगचुक के समर्थकों को गिरफ्तार किये जाने पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
आमरण अनशन कर रहे सोनम वांगचुक ने हिमालय बचाने के हिमायती सभी लोगों से रविवार को अपने-अपने शहरों, गांवों या घरों में उपवास रखने की अपील की थी। देहरादून में उत्तराखंड इंसानियत मंच के तत्वावधान में कचहरी स्थित मातृशक्ति स्थल पर दो घंटे का उपवास रखा गया, जिसमें कई अन्य संगठनों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। उपवास पर बैठे लोगों ने अपने हाथों में हिमालय बचाओ, उत्तराखंड बचाओ और सोनम वांगचुक को समर्थन दिये जाने संबंधी नारे लिखी तख्तियां ली हुई थी।
मौन उपवास के दौरान ही खबर मिली कि जो लोग सोमन वांगचुक के साथ उपवास में शामिल होने के लिए दिल्ली स्थित लदाख भवन गये थे, उन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस पर उपवास में शामिल लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई और इसे सरकार की दमन की नीति बताया। उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि हम उत्तराखंड में जो लड़ाई लड़ रहे हैं, सोमन वांगचुक भी वही लड़ाई लड़ रहे हैं। हम सबकी लड़ाई हिमालय बचाने की लड़ाई है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि दिल्ली पुलिस ने बड़ी संख्या में सोनम वांगचुक के समर्थकों को गिरफ्तार किया है, उन्होंन गिरफ्तार किये गये लोगों को तुरंत रिहा करने और सोनम वांगचुक की मांगों पर विचार करने जी जरूरत बताई।
सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने सोनम वांगचुक के समर्थकों को गिरफ्तार किये जाने पर चिन्ता जताई। उन्होंने कहा कि हिमालय एक नाजुक पारिस्थिकी वाला पहाड़ की इसे बचाने की लड़ाई हम सबकी साझा लड़ाई है। बैंक यूनियन नेता जगमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि सोनम वांगचुकी का आंदोलन पूरे विश्व को बचाने का आंदोलन है। उनके साथ जो बर्ताव किया जा रहा है, वह बेहद अफसोसजनक है। उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट ने दिल्ली में सोनम वांगचुक के उपवास में हुई गिरफ्तारियों की कड़ी निन्दा की। उन्होंने कहा कि वहां से मिले वीडियो फटेज बता रहे हैं, वहां कोई कुछ बोल नहीं रहा है, फिर भी पुलिस जबरन उन्हें खींचकर गाड़ी में भर रही है। उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को देश का दुर्भाग्य बताया। सांख्य योग एसोसिएशन के मुकुल शर्मा ने भी वांगचुक के आंदोलन को पूरा समर्थन देने के साथ उनके समर्थकों की गिरफ्तारी पर रोष जताया।
इस मौके पर उत्तराखंड इंसानियत मंच के नन्द नन्दन पांडेय, पूरन बर्तवाल, त्रिलोचन भट्ट, उत्तराखंड महिला मंच की शांति नेगी, प्रभात डंडरियाल सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे।