कम्युनिटी पुलिंसिंग को बढ़ावा देने पर SSP का जोर,दून यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम में छात्रों की शंकाओं को किया दूर

दून यूनिवर्सिटी में कम्युनिटी पुलिसिंग पर आयोजित इंटरेक्शन प्रोग्राम में बोले एसएसपी अजय सिंह।।
सामुदायिक भागीदारी आपसी विश्वास और सहयोग को बढावा देना ही कम्युनिटी पुलिसिंग का सिद्वान्त…SSP
कम्युनिटी पुलिसिंग के कॅान्सेप्ट में आमजन को बताया बिना वर्दी वाला पुलिस कर्मी।।
सामाजिक सुरक्षा में सुधार, अपराधो में रोकथाम के लिये पुलिस और समाज के बीच सहयोग को बताया अहम।।
कम्युनिटी पुलिसिंग पर छात्र-छात्राओ की शंकाओं को दूर कर उनकी जिज्ञासाओ को किया दूर।।

कार्यक्रम के दौरान कम्युनिटी पुलिसिंग के कॉन्सेप्ट पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा बताया गया कि प्रत्येक पुलिसकर्मी भी समाज के ही बीच से आया हुआ व्यक्ति है, जो वर्दी धारण करने के कारण वर्दी वाला नागरिक है, जबकि आमजन कम्युनिटी पुलिसिंग की कॉन्सेप्ट में बिना वर्दी वाले पुलिस कर्मी है, कम्युनिटी पुलिसिंग एक ऐसी पुलिसिंग रणनीति है, जिसमें पुलिस और स्थानीय समाज के बीच सहयोग और साझेदारी पर जोर दिया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य अपराध को रोकना, सामुदायिक सुरक्षा में सुधार करना तथा पुलिस और आमजन के बीच विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देना है।

आमतौर पर आमजन का दृष्टिकोण पुलिस के प्रति हमेशा से नकारात्मक रहा है, उसके पीछे का कारण है कानून व्यवस्था को प्रभावित/ नियमों का उल्लंघन करने वालो के विरुद्ध पुलिस की सख्ती, फिर चाहे वह यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर किसी का चालान करना हो अथवा किसी तरह कानून के उल्लंघन पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई। पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्य समाज की बेहतरी तथा कानून के नजरिये से सकारात्मक हैं परंतु आमजन के मध्य उसे एक नकारात्मक नजरिये से देखा जाता है। कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत इस प्रकार के इन्टरेक्शन कार्यक्रमो से हमारा प्रयास समाज के प्रत्येक वर्ग में पुलिस के प्रति बनी अवधारणा को बदलकर लोगो के मध्य यह विश्वास उत्पन्न करना है कि पुलिस द्वारा किये जा रहे कार्य सम्पूर्ण समाज की बेहतरी के लिये है न कि किसी व्यक्ति विशेष को परेशान करने के लिये।

वही एसएसपी देहरादून द्वारा सामुदायिक पुलिससिंग पर छात्रो द्वारा पूछे गये प्रश्नो के उत्तर देकर उनकी शंकाओ/जिज्ञासाओं को दूर किया, साथ ही उन्हें सामुदायिक पुलिसिंग की अवधारणा, महत्व तथा आवश्यकताओ के सम्बंध में विस्तृत जानकारियां दी। साथ ही उन्हें सामुदायिक पुलिसिंग को बढावा देते हुए साथ मिलकर काम करने तथा आपसी विश्वास को बढावा देने के लिये प्रेरित किया गया।