अब स्कूलों की प्रार्थना सभा मे बच्चे पढ़ेंगे श्रीमद्भागवत गीता देखें वीडियो

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प्रदेश के सरकारी और अशासकीय विद्यालयों में अब बच्चे प्रार्थना सभा में श्रीमद्भगवद् गीता भी पढ़ेंगे। उन्हें इसका श्लोक सुनाए जाने के साथ ही इसका अर्थ समझाते हुए वैज्ञानिक दृष्टिकोण की जानकारी भी दी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए है। आपको बता दें कि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर श्रीमद् भगवद् गीता और रामायण को राज्य पाठ्यचर्या की रुपरेखा में शामिल कर लिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती के मुताबिक विद्यालयी शिक्षा के लिए राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा की सिफारिश के अनुरूप पाठ्य पुस्तकों को अगले शिक्षा सत्र से लागू किया जाना है।

शिक्षा निदेशक ने कहा,श्रीमद् भगवद् गीता का जीवन के हर क्षेत्र में पथ प्रदर्शक माना गया है। इसका वैज्ञानिक आधार भी है। जो न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है बल्कि यह मानव जीवन के विज्ञान, मनोविज्ञान तथा व्यवहार शास्त्र का भी उत्कृष्ट ग्रंथ है, जिसमें मनुष्य के व्यवहार, निर्णय क्षमता, कर्तव्यनिष्ठा, तनाव प्रबंधन एवं विवेकपूर्ण जीवन जीने के वैज्ञानिक तर्क हैं। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ ही एक श्रेष्ठ नागरिक बनाने में श्रीमद् भगवद् गीता मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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