सीएम धामी की अपील का दिखा असर,कारगिल शहीद के परिवार को सम्मानित करने पहुंचे युवा

कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों को आज विजय दिवस के मौके पर याद कर नमन किया गया शहीदों के सम्मान में शनिवार को तमाम कार्यक्रम हुए तो वही गाँधी पार्क में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन तमाम वीर वीरांगनाओं को सम्मानित किया जिनके घर के सपूतों ने कारगिल के युद्ध मे अपने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को देश पर न्यूच्छावार कर दिया था 1999 में हुए कारगिल की लड़ाई में अपनी शहादत देने वाले सभी वीर जवानों को विजय दिवस के मौके पर नम आंखों से याद कर श्रद्धांजलि दी गई तो वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवाहन पर मातृभूमि परिवार से जुड़े तमाम युवाओं ने भी कारगिल की लड़ाई में शहीद हुए वीरेंद्र कुमार के घर पहुंच शहीद वीरेंद्र कुमार की धर्मपत्नी सुलोचना को शॉल ओढ़ाकर पुष्पगुच्छ दे सम्मानित कर गर्वान्वित महसूस करवाया।जिस दौरान एक बार फिर शहीद वीरेंद्र कुमार की पत्नी सुलोचना की आंखे नम हो गई और पति की शहादत के बाद कैसे और किन कठिनाइयों को पार करते हुए तीनों बच्चों की परवरिश की उसे याद कर आंखों से आँशु झलक आए।वही मातृभूमि परिवार के संस्थापक हितेश ने कहा कि ये समाज की जिम्मेदारी है कि उन तमाम परिवारों का ख्याल रखें उन्हें समाज मे सम्मान दें जिनके परिवार से किसी के बेटे,भाई और पिता ने दुश्मनों से देश की रक्षा के लिए अपनी शहादत दे दी।इसलिए हमारा भी कर्तव्य बनता है की हम उस परिवार के साथ हर कदम पर खड़े मिले और उन्हें कभी अपने शहीद पिता,बेटे और घर के मुख्या की कमी महसूस न होने दें।क्योंकि अगर वीर जवान सीमाओं पर न हो तो हम देश के भीतर सुरक्षित नही होते।उन्होंने देश के हर युवा से अपील की है कि सामाज के हर वर्ग को अपने आसपास रहने वाले शहीद के परिवार के लिए हर कदम पर खड़ा होना चाहिए।