सुबोध और शशांक ने जेल में बैठ कर ही रिलायंस डकैती की बनाई थी योजना

रिलायंस ज्वैलरी शोरूम डकैती मामलें में मास्टरमाइंड शशांक को ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया देहरादून।।
न्यायालय में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल।।
पूछताछ में डकैती की घटना में लूटे गए माल के बारे में मिली अहम जानकारियां।।
जेल में बैठा मास्टरमाइंड ही भागने का बनाता था गूगल रोड मैप।।
पुलिस की नाकाबंदी के मुताबिक बदल जाता था भागने का रोड मैप।।
घटना के बाद पुलिस की चैकिंग देख भागने का रुट किया था चैंज।।
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा बिहार जेल में बंद बदमाश कर रहे थे फोन का इस्तेमाल।।
SSP देहरादून बिहार जेल और अन्य सीनियर अधिकारियों को भेज रहे जानकारी।।
तम्बाकू के पैकेट में मोबाइल छिपा कर पहुंचाया जाता था जेल के अंदर।।
रैकी कै दौरान बदमाशों की घटना के बाद हरिद्वार रुट से थी भागने की प्लानिंग।।
कई राज्यो में लूट,डकैती सहित कई संगीन आपराधिक घटनाओं के दर्ज है मुकदमे।।
शशांक अपने एक परिचित और सुबोध गैंग के सदस्य रोशन सिंह के माध्यम से आया था सुबोध सिंह के संपर्क में।।
रोशन सिंह की हत्या के बाद शशांक बन गया था सुबोध सिंह गैंग का सक्रिय सदस्य।।
सुबोध सिंह ने साथियों के साथ मिलकर 2016 में बैरकपुर पश्चिम बंगाल के मणिपुरम गोल्ड शॉप में 28 किलो तो 2017 में आसनसोल में मुथूट फाइनेंस में 55 किलो सोने की डकैती को दिया था अंजाम।।
पश्चिम बंगाल में की गयी डकैती की घटना में शशांक, सुबोध सिंह व अपने अन्य साथियों के साथ गया था जेल।।
बेऊर जेल में अभियुक्त द्वारा जेल में बंद राजस्थान के हैकर से ली थी वर्चुअल सिम बनाने की जानकारी।।
शशांक,राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लु सिंह उर्फ सरदार और सुबोध द्वारा जेल से ही रची जाती थी सभी घटनाओं की साजिश।।
वर्चुअल नंबरों से गैंग के अन्य सदस्यों से किया जाता था संपर्क।।
दून पुलिस डकैती प्रकरण में अब तक 11 आरोपियों की केआर चुकी है गिरफ्तारी।।
बेऊर जेल में शशांक की राजस्थान के एक हैकर से हुई थी पहचान।।
सुबोध,शशांक तथा राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लु सिंह उर्फ सरदार ने जेल में ही वर्चुवल सिम बनाने की ली थी ट्रैनिंग।।